PDP नेता इल्तिजा मुफ्ती के दो सुरक्षाकर्मियों पर महबूबा मुफ्ती ने लगाया बड़ा आरोप, हुए निलंबित

जम्मू -कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के दो सुरक्षाकर्मियों यानी पीएसओ को निलंबित कर दिया गया। इसको लेकर मां-बेटी ने सरकार पर निशाना साधा।
एक दिन पहले इल्तिजा मुफ्ती ने एक वीडियो शेयर कर अपने पूर्व पति पर जम्मू के सर्किट हाउस में हिरासत में लेने का आरोप लगाया था। आइये जानते हैं कि पीएसओ को निलंबित क्यों किया गया? पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि यह विडंबनापूर्ण और अन्यायपूर्ण है कि इल्तिजा के दो पीएसओ को बिना किसी गलती के निलंबित कर दिया गया है। उन्हें केवल इसलिए सजा दी गई क्योंकि इल्तिजा एक अपराधी की तरह अपने घर में कैद होने के बावजूद कठुआ पहुंचने में कामयाब रही। इस बीच, सोपोर में वसीम मीर या बिलावर में माखन दीन की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है: महबूबा मुफ्ती
उन्होंने आगे कहा कि लोगों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने का वादा करके सत्ता में आई सत्तारूढ़ एनसी सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। इस तरह वे न केवल अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं बल्कि इन अन्यायपूर्ण और असामान्य कार्यों को सामान्य भी बना रहे हैं।
कठुआ एसएचओ को निलंबित क्यों नहीं किया गया: इल्तिजा मुफ्ती
पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे उनके दो पीएसओ को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन वे (राज्य सरकार) कठुआ में एसएचओ को निलंबित नहीं कर रहे हैं, जो जबरन वसूली का रैकेट चला रहे हैं और भय का माहौल बना रहे हैं। जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा के बारे में सोचना राज्य या केंद्र सरकार की प्राथमिकता नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को रविवार को कठुआ पहुंचना चाहिए था। वह वहां गई थीं, लेकिन मुख्यमंत्री दिल्ली में लंच कर रहे थे। फारूक अब्दुल्ला को बताना चाहिए कि उनके बेटे सीएम उमर अब्दुल्ला की प्राथमिकताएं क्या हैं। वह कठुआ के एसएचओ का मुद्दा उठाना चाहती हैं, जो युवा लड़कों से जबरन पैसे वसूल रहा है और उन्हें प्रताड़ित कर रहा है।