आखिर क्यों वक्फ संशोधन बिल पेश होने से पहले यूपी हाई अलर्ट मोड़ पर? सोशल मीडिया पर नजर, सड़कों पर गश्त

वक्फ संशोधन विधेयक बुधवार को लोकसभा में पेश किया जाएगा। जिसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश में पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को अराजक तत्वों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय खुफिया इकाई को अतिरिक्त सतर्क रहने को कहा गया है। साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाहों, भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट पर भी सख्त कार्रवाई की गई है।

डीजीपी के आदेश के बाद राज्य के कई जिलों में पुलिस सड़कों पर फ्लैग मार्च भी करती नजर आई। दरअसल, विपक्ष वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध कर रहा है। ऐसे में राजनीतिक पार्टी के प्रदर्शन की आड़ में कोई अप्रिय घटना होने पर सतर्क रहने को कहा गया है। संवेदनशील इलाकों में पीएसी और आरएएफ को भी तैनात किया गया है। राजधानी लखनऊ में लोकभवन, विधानसभा, परिवर्तन चौक और हजरतगंज इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई है.

गौरतलब है कि 2019 में नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) के विरोध में राजधानी लखनऊ में जिन इलाकों में हिंसा और तोड़फोड़ हुई थी, वहां विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस कर्मियों को भी शादी की वर्दी में तैनात किया गया है। इसके अलावा लगातार गश्त के निर्देश दिए गए हैं।

वक्फ संशोधन बिल 2025 क्या है?

वक्फ संशोधन बिल 2025 भारत में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और नियमन में बदलाव लाने के लिए प्रस्तावित किया गया है। इस बिल का उद्देश्य वक्फ बोर्डों की पारदर्शिता बढ़ाना, अवैध कब्जों को रोकना और सरकारी संपत्तियों के दुरुपयोग को कम करना है। हालांकि, इस बिल के कुछ प्रावधानों को लेकर विभिन्न संगठनों और समुदायों में असहमति देखी जा रही है।

यूपी में हाई अलर्ट क्यों?

वक्फ संशोधन बिल के प्रति कई संगठनों और समूहों ने अपनी आपत्तियां दर्ज कराई हैं। आशंका जताई जा रही है कि इस बिल को लेकर प्रदर्शन और विरोध हो सकते हैं। इससे राज्य की शांति-व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। इसी कारण, यूपी सरकार ने सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं।

प्रशासन का कहना है कि सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें और अफवाहें फैलाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा सकती है। इसलिए फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा, पुलिस बल को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है और हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।

सोशल मीडिया पर सख्त नजर

वर्तमान समय में अफवाहें फैलाने और लोगों को उकसाने के लिए सोशल मीडिया एक बड़ा जरिया बन चुका है। प्रशासन ने विशेष साइबर सेल को एक्टिव कर दिया है जो सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं की पहचान कर रही है।

सड़कों पर कड़ी सुरक्षा

यूपी में कई जिलों को संवेदनशील घोषित किया गया है और पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। पुलिस के अलावा, पीएसी (Provincial Armed Constabulary) और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।

प्रशासन की अपील

उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

विपक्ष और सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया

वक्फ संशोधन बिल 2025 पर राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।

क्या हो सकते हैं आगे के कदम?

सरकार की ओर से वक्फ संशोधन बिल पर जल्द ही चर्चा होने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार इस बिल को पास कराने से पहले विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श कर सकती है।

निष्कर्ष

वक्फ संशोधन बिल 2025 को लेकर उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रशासन ने सोशल मीडिया मॉनिटरिंग से लेकर सड़कों पर सुरक्षा बलों की तैनाती तक कई कड़े कदम उठाए हैं। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।

सरकार और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और अफवाहों से बचें। आगे के दिनों में वक्फ संशोधन बिल पर होने वाली चर्चा से यह स्पष्ट होगा कि सरकार इसमें क्या बदलाव करती है और इससे देश की सामाजिक संरचना पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

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