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खड़गे का चेतावनी: पीएम मोदी को अमित शाह को बर्खास्त करना चाहिए

  • PublishedMay 27, 2025

खडगे का आरोप और अमित शाह का जवाब
नई दिल्ली। बुधवार को कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गृहमंत्री अमित शाह पर बाबा भीमराव अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया। इसके बाद, शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के आरोपों का खंडन किया।
राज्यसभा में अंबेडकर पर की गई अपनी टिप्पणी के संदर्भ में, अमित शाह ने कहा, ‘संसद में चर्चा तथ्य और सत्य पर आधारित होनी चाहिए। भाजपा के सदस्यों ने यही किया। जब यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर और आरक्षण के खिलाफ है, तो उन्होंने अपने बयानों को तोड़-मरोड़ना शुरू कर दिया।’

शाह ने आगे कहा, ‘खड़गेजी इस्तीफा मांग रहे हैं, उन्हें आनंद हो रहा है, तो शायद मैं दे भी दूं, लेकिन इससे उनका काम नहीं बनने वाला। उन्हें अभी 15 साल तक वहीं रहना है।’

इससे पहले, खड़गे ने अमित शाह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया कि वे शाह को रात 12 बजे से पहले बर्खास्त करें। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी और शाह एक-दूसरे के गलत कामों का बचाव करते हैं।

गृह मंत्री शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था, ‘अंबेडकर, अंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ कांग्रेस ने इसे अंबेडकर का अपमान मानते हुए शाह के इस्तीफे की मांग की।

कांग्रेस के खिलाफ अमित शाह के आरोप

अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर का अपमान किया है और संविधान के मूल्यों को नकारा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सावरकर का भी अपमान किया और आपातकाल के दौरान संविधान के सभी मूल्यों को नष्ट कर दिया।

उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर को भारत रत्न नहीं दिलाने की कोशिश की। शाह ने कहा, ‘कांग्रेस ने खुद को भारत रत्न दिया, जबकि अंबेडकर को यह सम्मान तब मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी।’

शाह ने यह भी बताया कि नेहरू की अंबेडकर के प्रति नफरत जगजाहिर थी। उन्होंने कहा कि नेहरू ने अंबेडकर के लिए कोई महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिया और उनके स्मारक के निर्माण का विरोध किया।

शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने अंबेडकर को सम्मान दिया है और उनके स्मारक का विकास किया है। उन्होंने कहा, ‘जहां-जहां भाजपा की सरकार आई, वहां स्मारक बने।’

गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश किया है। उन्होंने कहा, ‘मैं उस पार्टी से आता हूं जो अंबेडकर का अपमान नहीं कर सकती।’

प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गृहमंत्री के समर्थन में बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस अब अंबेडकर पर नाटक कर रही है। पंडित नेहरू ने चुनाव में अंबेडकर के खिलाफ प्रचार किया था।’

मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस ने अंबेडकर की विरासत मिटाने की कोशिश की है।’ उन्होंने यह भी कहा कि एससी-एसटी समुदायों के खिलाफ सबसे अधिक नरसंहार कांग्रेस के शासन में हुए हैं।

विपक्षी नेताओं ने गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। तृणमूल कांग्रेस ने शाह के खिलाफ राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
राज्यसभा में अंबेडकर पर की गई अपनी टिप्पणी के संदर्भ में, अमित शाह ने कहा, ‘संसद में चर्चा तथ्य और सत्य पर आधारित होनी चाहिए। भाजपा के सदस्यों ने यही किया। जब यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर और आरक्षण के खिलाफ है, तो उन्होंने अपने बयानों को तोड़-मरोड़ना शुरू कर दिया।’

शाह ने आगे कहा, ‘खड़गेजी इस्तीफा मांग रहे हैं, उन्हें आनंद हो रहा है, तो शायद मैं दे भी दूं, लेकिन इससे उनका काम नहीं बनने वाला। उन्हें अभी 15 साल तक वहीं रहना है।’

इससे पहले, खड़गे ने अमित शाह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया कि वे शाह को रात 12 बजे से पहले बर्खास्त करें। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी और शाह एक-दूसरे के गलत कामों का बचाव करते हैं।

गृह मंत्री शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था, ‘अंबेडकर, अंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ कांग्रेस ने इसे अंबेडकर का अपमान मानते हुए शाह के इस्तीफे की मांग की।

कांग्रेस के खिलाफ अमित शाह के आरोप

अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर का अपमान किया है और संविधान के मूल्यों को नकारा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सावरकर का भी अपमान किया और आपातकाल के दौरान संविधान के सभी मूल्यों को नष्ट कर दिया।

उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर को भारत रत्न नहीं दिलाने की कोशिश की। शाह ने कहा, ‘कांग्रेस ने खुद को भारत रत्न दिया, जबकि अंबेडकर को यह सम्मान तब मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी।’

शाह ने यह भी बताया कि नेहरू की अंबेडकर के प्रति नफरत जगजाहिर थी। उन्होंने कहा कि नेहरू ने अंबेडकर के लिए कोई महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिया और उनके स्मारक के निर्माण का विरोध किया।

शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने अंबेडकर को सम्मान दिया है और उनके स्मारक का विकास किया है। उन्होंने कहा, ‘जहां-जहां भाजपा की सरकार आई, वहां स्मारक बने।’

गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश किया है। उन्होंने कहा, ‘मैं उस पार्टी से आता हूं जो अंबेडकर का अपमान नहीं कर सकती।’

प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गृहमंत्री के समर्थन में बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस अब अंबेडकर पर नाटक कर रही है। पंडित नेहरू ने चुनाव में अंबेडकर के खिलाफ प्रचार किया था।’

मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस ने अंबेडकर की विरासत मिटाने की कोशिश की है।’ उन्होंने यह भी कहा कि एससी-एसटी समुदायों के खिलाफ सबसे अधिक नरसंहार कांग्रेस के शासन में हुए हैं।

विपक्षी नेताओं ने गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। तृणमूल कांग्रेस ने शाह के खिलाफ राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।

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