घर-घर सिंदूर बांटने की योजना पर चौतरफा आलोचना झेल रही भाजपा ने इस ख़बर को फ़र्ज़ी बताया

नई दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार (30 मई) को इस बात से इनकार किया कि पार्टी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को जन-जन तक पहुंचाने की तैयारी के तहत महिलाओं को सिंदूर बांटेगी.
पार्टी ने इस संबंध में प्रकाशित समाचार खबरों को ‘फर्जी’ बताया.
रिपोर्ट के मुताबिक, यह खबर तब सामने आई जब भाजपा ने पिछले 11 वर्षों में अपनी सफलताओं का जश्न मनाने के लिए एक आउटरीच कार्यक्रम की घोषणा की, जो 9 जून को शुरू होने वाला है. इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली थी.
हालांकि, पार्टी ने आधिकारिक तौर पर अपनी योजनाओं का कोई विवरण साझा नहीं किया है, लेकिन ये बताया गया कि महीने भर चलने वाले इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों सहित भाजपा नेतृत्व के ‘पदयात्रा’ की योजना है, जिसमें अन्य उपलब्धियों के अलावा ऑपरेशन सिंदूर और जाति जनगणना पर केंद्र सरकार के फैसले पर प्रकाश डाला जाएगा.
मालूम हो कि इस सप्ताह की शुरुआत में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था, इस कार्यक्रम के तहत भाजपा हर घर में महिलाओं को सिंदूर भेंट करेगी और केंद्र सरकार की सफलताओं को उजागर करने वाले पर्चे भी बांटे जाएंगे.
हालांकि, भाजपा ने अब इससे इनकार किया है और दैनिक भास्कर की एक खबर को सोशल मीडिया मंच एक्स पर शेयर करते हुए अपने आधिकारिक हैंडल से इसे ‘फर्जी’ बताया है.
इसमें लिखा गया है, ‘दैनिक भास्कर में प्रकाशित यह खबर पूरी तरह से झूठी और छल से प्रेरित है. भारतीय जनता पार्टी ने घर-घर जाकर सिंदूर बांटने का कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया है.’
विपक्ष ने भाजपा द्वारा सिंदूर बांटने की योजना वाली खबरों पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी
उल्लेखनीय है कि विपक्षी नेताओं ने भाजपा द्वारा सिंदूर बांटने की योजना की खबरों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.
कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने इस खबर को पार्टी द्वारा ‘अपनी राजनीतिक और कूटनीतिक विफलता को छिपाने’ का प्रयास बताया था.
द हिंदू के अनुसार, कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, ‘यह बहुत शर्म की बात है कि मोदी सरकार अपनी राजनीतिक और कूटनीतिक विफलता को छिपाने के लिए सिंदूर को ढाल के रूप में इस्तेमाल करना चाहती है. सशस्त्र बलों की वीरता और बहादुरी का श्रेय लेने के लिए मोदी सरकार किस हद तक गिर सकती है?’
रागिनी नायक ने दावा किया, ‘जब नरेंद्र मोदी देश के हर जिले और हर कोने में ऑपरेशन सिंदूर के बड़े-बड़े पोस्टर लगाने से संतुष्ट नहीं हुए, जिन पर उनकी तस्वीर लगी थी, सेना की वर्दी पहने… अब, भाजपा ने घोषणा की है कि वह घर-घर जाकर ‘सिंदूर’ बांटेगी.’
मालूम हो कि हाल के दिनों में भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को ऑपरेशन सिंदूर के स्पष्ट राजनीतिकरण को लेकर विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
इस बीच भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इन रिपोर्टों का खंडन करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर ‘एक ट्रोल की तरह निराधार रिपोर्ट को राजनीति के लिए इस्तेमाल’ करने का आरोप लगाया है और कांग्रेस को इसे सामने लाने के लिए ‘हल्के’ कहा है.
मालवीय ने एक्स पर लिखा, ‘दैनिक भास्कर में प्रकाशित इस फेक न्यूज़ के आधार पर कई लोग सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. लेकिन असली बेतुकापन तब शुरू हुआ जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने एक आधिकारिक सरकारी मंच से इस निराधार रिपोर्ट का राजनीतिकरण करना शुरू कर दिया.’
उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी को अपने राज्य की बिगड़ती स्थिति के बारे में चिंतित होना चाहिए और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बेतुके बयान देने से बचना चाहिए. पश्चिम बंगाल सांप्रदायिक तनाव की आग में जल रहा है, महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, बेरोजगारों के पास कोई नौकरी नहीं है – ये ममता बनर्जी की प्राथमिकताएं होनी चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘जहां तक कांग्रेस प्रवक्ताओं की बात है – वे हल्के लोग हैं. उनसे कुछ बेहतर की उम्मीद करना बेमानी होगा.’
हालांकि, बनर्जी ने सीधे तौर पर रिपोर्ट का हवाला नहीं दिया था, लेकिन उन्होंने पीएम मोदी पर ऑपरेशन के नामकरण के साथ ‘राजनीतिक होली’ खेलने का आरोप लगाया और कहा था कि वे अपनी पत्नी को सिंदूर क्यों नहीं देते.
उनकी टिप्पणी प्रधानमंत्री द्वारा ऑपरेशन सिंदूर का इस्तेमाल करके चल रहे हमले के खिलाफ किसी विपक्षी नेता द्वारा पहली सार्वजनिक निंदा थी.
ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था, ‘ऑपरेशन सिंदूर नाम राजनीतिक उद्देश्य से दिया गया था. लेकिन मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगी. जब सभी विपक्षी नेता विदेश में देश के लिए बोल रहे हैं, उस समय प्रधानमंत्री राजनीतिक होली खेलने आए हैं – यह प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता,’
बनर्जी ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के बारे में, हालांकि मेरे पास कोई टिप्पणी नहीं है, कृपया याद रखें कि हर महिला सम्मान की हकदार है. वे अपने पतियों से सिंदूर लेती हैं. पीएम मोदी किसी के पति नहीं हैं; आप पहले अपनी श्रीमती को सिंदूर क्यों नहीं देते?’
इधर, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी मालवीय की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दावा किया कि भाजपा को आलोचनाओं के कारण अपना अभियान वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा.
उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘अब वे सस्ती योजना को फर्जी खबर बता रहे हैं.’
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने पिछले दो सप्ताह में कई रैलियों और जनसभाओं को संबोधित किया है, जहां उन्होंने सिंदूर शब्द का इस्तेमाल लोगों का ध्यान खींचने के लिए किया है.
हालांकि, उन्होंने अभी तक इस बात का कोई उल्लेख नहीं किया है कि पहलगाम हमले के अपराधियों को अभी तक क्यों नहीं पकड़ा गया है, या हमले की जांच की स्थिति क्या है.