x
Politics

प्रियंका गांधी ने बारिश से पूर्वोत्तर में मची तबाही पर जतायी चिंता, केंद्र व राज्य सरकारों से की राहत-बचाव कार्यों में तेजी लाने की अपील

  • PublishedJune 2, 2025

Rain and floods wreak havoc in Northeast: देश के पूर्वोत्तर राज्यों में मॉनसून की शुरुआत से ही भीषण बारिश देखने को मिली है। बीते कई दिनों से हो रही बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।
इस दौरान अलग-अलग दुर्घटनाओं में कई लोगों के मारे जाने की भी खबर है। वहीं, कांग्रेस महासचिव और वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने पूर्वोत्तर बारिश से मची तबाही को लेकर चिंता जतायी है। साथ उन्होंने केंद्र व राज्य सरकारों से राहत-बचाव कार्यों में तेजी लाने की अपील भी की है।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘असम, अरुणाचल समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश से हुई मौतों का समाचार अत्यंत दुखद है। लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। ईश्वर सभी की रक्षा करें। केंद्र और राज्य सरकारों से अपील है कि राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाई जाए ताकि लोगों को कम से कम तकलीफ उठानी पड़े। कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से भी आग्रह करती हूं कि प्रभावित लोगों की यथासंभव मदद करें।’
रिपोर्ट्स के अनुसार, असम के 19 जिले चपेट में असम के 19 जिलों बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या रविवार को 10 तक पहुंच गयी। जबकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्थापित 155 राहत शिविरों में 55,000 से अधिक लोगों ने शरण ली है। उत्तरी सिक्किम में भारी बारिश के बीच 1,200 से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं। अरुणाचल प्रदेश भारी बारिश के कारण हुई दुर्घटनाओं में कम से कम 9 लोगों की मौत की खबर है।

मेघालय में भारी बारिश के बाद 10 जिलों में अचानक आयी बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है और भूस्खलन से भी बड़ा नुकसान हुआ। त्रिपुरा में भी 10,000 से अधिक लोग बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हैं। इस बीच मौसम विभाग ने 5 जून तक इन राज्यों को राहत न मिलने की संभावना जताई है। IMD का पूर्वानुमान है कि 4 जून तक असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भी तेज बारिश हो सकती है। वहीं अरुणाचल, असम और मेघालय में भी भारी बारिश की आशंका है।

Written By
admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *